क्या आपको पता है इस समस्त पृथ्वी पर ऐसी कौन सी धुन है जो सबसे सुरीली है?? मैं अरिजीत, लता या रफी की बात नही कर रही…अपितु मै बात कर रही हूँ प्रकृति की। प्रकृति की धुन सबसे ज्यादा सुरीली है, जो आपको एक अद्भुत उर्जा से भर देती है। उसके पास आपके हर सवालों का जवाब है, और वो आपको कभी निराश नही करती।
अगर आप जमशेदपुर के निवासी हो और प्राकृतिक सौंदर्य के दर्शन करने के इच्छुक हो, तो घाटशिला बेहद सुकून भरी जगह है आपके लिए। घाटशिला, जिला मुख्यालय जमशेदपुर से लगभग 45 किमी की दूरी पर, सुवर्णरेखा नदी के तट पर स्थित है। तो आइये जानते हैं घाटशिला के इन प्राकृतिक आकर्षणों के बारे मे:-
नरवा वन (Narwa Forest)
अगर आपने इस वर्ष अभी तक पिकनिक नही मनाया और किसी शांत वातावरण की तलाश है आपको, तो नरवा फॉरेस्ट बहुत ही उमदा स्थान है। यहाँ नदियों और पहाड़ियों के बीच आप एक अपनापन सा महसूस करोगे… वो कहते हैं ना, आप प्रकृति के जितने करीब जाते हो, प्रकृति भी आपके उतने करीब आती है। यहां रंगीन तितलियाँ और खूबसूरत नज़ारे आपका मन मोह लेंगे। रंकिणी मंदिर से कुछ 10 किलोमीटर की दूरी पर यह वन है। अगर आप इस जगह पर कभी नही गए, तो आपको स्थानीय लोगों से दिशा-निर्देश मिल जाएगा।
बुरूडीह झील (Burudih Lake)
झीलों की अद्भुत सुंदरता का बखान तो हमारे गानों मे भी है। वो गाना है ना…ये झील सी नीली आँखें…कोई राज़ है इनमें गहरा, हो भी क्यों ना, आखिर कितनों के ग़म और कितनो की खुशी का राज़ छुपाए रखा है इन झीलों ने। बादलों के साये में, पर्वतों की बाहों में; राहतें यहीं बसती हैं झील की पनाहों में। स्थानीय अधिकारियों द्वारा बनाए गए एक कृत्रिम जलप्रपात, बुरूडीह झील, शहर से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर है। ये झील घने जंगलों और हरी-भरी पहाड़ियों से घिरी हुई है।
घाटशिला के पास घूमने की जगह (Places to visit near Ghatshila)
- Amadubi ~ Rural Tourism Village
- Chhota Banki Dam
- Gourikunja – Home of Bibhutibhushan Bandyopadhyay
- Golpahari Temple
- Tata Steel Zoological Park
फुलडुंगरी हिल्स (Phuldungri Hills)
अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हो, तो समझ लीजिए ये जगह आप ही की है। घने जंगलों के बीच इस अज्ञात मार्ग मे आप अपने दोस्तों के साथ जा सकते हो। उपर चढ़ने पर, हमें घाटशिला का बेहद रमणीय दृश्य देखने को मिलता है। शहर के केंद्र से लगभग 4.2 किलोमीटर की दूरी पर, यह जमशेदपुर के करीब पहाड़ियों की एक श्रृंखला है। यह दृश्य रात में विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जब शहर की जगमगाती रौशनी पूरे परिदृश्य में चार चाँद लगा देती है।
धारागिरि जलप्रपात (Dharagiri Falls)
अगर मैं कहूँ कि मात्र 20रू मे आप जन्नत का दीदार कर सकते हो, तो क्या आप यकीन करोगे… नही?? मेरी मानिए तो यकीन कर लीजिए, क्योंकि घाटशिला मे आपको अनेकों ऐसे जन्नत का दीदार मिल जाएगा। बुरूडीह झील से लगभग 6 किलोमीटर दूर स्थित, धारागिरि फॉल्स पर्यटकों के लिए घाटशिला का एक प्रमुख आकर्षण है। प्रवेश पर 20 रू का शुल्क लागू है; लगभग 25 फीट की ऊंचाई पर से गिरता हुआ जलप्रपात का नज़ारा बेहद ही अद्भुत है। बहुत सारे पर्यटक गाइड के रूप में स्थानीय बच्चों या किशोरों को नियुक्त करते हैं। घाटशिला के इन स्थानों पर स्थानीय लोगों के अलावा, दूर-दूर से लोग घूमने आते हैं।
गालुडीह बांध (Galudih Dam)
शहर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर, पहाड़ियों की चोटी और उड़ते हुए पक्षीयों की झुंड आपको मोहित कर देंगे। एक बार यहाँ ज़रूर जाएँ, खाली हाथ ही सही मगर जाएँ ज़रूर। यहाँ से प्रकृति आपको खाली हाथ लौटने नही देगी, बल्कि एक सुकून, संतुष्टी और मुस्कान भरे यादगार पल का तोहफा अपने संग लेकर जाओगे आप।
आपको पता है रवीन्द्रनाथ टैगोर क्या कहते थे!!… उनका मानना था कि उनके घर की चारदीवारी एक एलियन की तरह है, जिससे ना वो बातें कर सकते थे, ना ही उसे महसूस कर सकते थे। और वो चारदीवारी उन्हें प्रकृति से अलग कर रही थी…शायद यही वजह है कि वो तपोवन की तरह फॉरेस्ट स्कूल का निर्माण करने के बेहद इच्छुक थे। प्रकृति हमारे जीवन का एक अनमोल और अटूट हिस्सा है। आप खुद से रू-ब-रु हो पाते हो, जब आप प्रकृति के करीब जाते हो।
Written by Kriti Alok