आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख्स की जिसे चार बार प्यार हुआ लेकिन शादी नहीं हुई। एक ऐसे शख़्स की जिसका टाटा परिवार के साथ खून का रिश्ता नहीं है बल्कि ये तो गोद लिए हुए पुत्र है। टाटा को अपने राज में शीर्ष पर पहुंचाने वाले शख्स की। जी हां हम बात कर रहे हैं रतन टाटा की। आइए डिटेल में जानते है इनकी जिंदगी को…..
1. रतन टाटा के बारे में आप कई बातें जानते होंगे। लेकिन उनके जीवन के और भी कई पहलू हैं जो आप शायद नहीं जानते होंगे और आज हम आपको रतन टाटा, उनके व्यक्तित्व और उपलब्धियों के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताएंगे जो जानने लायक हैं।
2. रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को भारत के सूरत शहर में पिता नवल (रतनजी टाटा द्वारा गोद लिया गया बेटा) और मां सोनू (soonoo) के घर हुआ था। इनका धर्म पारसी है।
3. टाटा समूह के अंतर्गत 100 कंपनियां हैं। टाटा की चाय से लेकर 5 स्टार होटल तक, सूई से लेकर स्टील तक, लखटकिया नैनो कारों से लेकर हवाई जहाज तक, सब कुछ उपलब्ध है।
4. रतन टाटा जब 10 साल के थे तब उनके माता-पिता अलग हो गए थे। फिर जमशेदजी के बेटे रतनजी टाटा की पत्नी नवाजबाई (रतन टाटा की दादी) ने उन्हें गोद लिया और उनका पालन-पोषण किया।
5. रतन टाटा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैथेड्रल एंड जॉन कॉनन स्कूल मुंबई (Cathedral and John Connon School) और बिशप कॉटन स्कूल शिमला (Bishop Cotton School) से पूरी की। फिर 1962 में वास्तुकला (Architecture) में बी.एस. (B.S) पूरा करने के लिए कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) गए। फिर 1975 में उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (Harvard Business School) से अपना एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम (Advanced Management Program) पूरा किया।
6. रतन टाटा को पालतू जानवरों से बहुत लगाव है और उन्हें हवाई जहाज उड़ाना पसंद है, उनके पास लाइसेंस भी है।
7. रतन टाटा ने अपने करियर की शुरुआत टाटा समूह के साथ 1961 में टाटा स्टील के कर्मचारी के रूप में आईबीएम में नौकरी ठुकराकर की थी। लेकिन 1991 तक वे टाटा समूह के अध्यक्ष बन गए। 2012 में सेवानिवृत्त हुए।
8. रतन टाटा ने अपने 21 साल के शासन में कंपनी को शीर्ष पर पहुंचाया। कंपनी का मूल्य 50 गुना बढ़ाया।
9. रतन टाटा को 2000 में पद्म भूषण (भारत का तीसरा सर्वोच्च सम्मान) और 2008 में पद्म विभूषण (भारत का दूसरा सर्वोच्च सम्मान) से सम्मानित किया गया था।
10. 1991 में रतन टाटा टाटा समूह के अध्यक्ष बने। तब टाटा मोटर्स की पहचान सबसे बड़े ट्रक निर्माता के रूप में हुई थी। 1998 में टाटा मोटर्स ने कार बनाने का फैसला किया। साल के अंत में टाटा इंडिका को लॉन्च किया गया था। यह किसी भारतीय कंपनी द्वारा डिजाइन की गई पहली आधुनिक कार थी। वह दिन रात काम करने लगा। जब इस कार को बाजार में उतारा गया तो उम्मीदें काफी ज्यादा थीं। लेकिन रतन टाटा का सपना टूटने लगा। क्योंकि दिल्ली-मुंबई की सड़कों पर बारिश के बीच अगर किसी कार में सबसे ज्यादा खराबी आई तो वो थी इंडिका। 1999 में टाटा समूह ने कार कारोबार को समेटने की तैयारी की। रतन टाटा निराश हुए। फोर्ड मोटर्स के चेयरमैन बिल फोर्ड ने भारत की सबसे बड़ी औद्योगिक हस्ती को औकात दिखाने की कोशिश की। बिल फोर्ड ने रतन टाटा से कहा कि जब पैसेंजर कार बनाने का कोई अनुभव नहीं था तो ये बचकाना हरकत क्यों की। हम आपके कार व्यवसाय को खरीद कर आप पर उपकार करेंगे। रतन टाटा बुरी तरह हिल गए। उसी रात उसने कार कारोबार को बेचने का फैसला टाल दिया। वह अगली ही फ्लाइट से अपनी टीम के साथ मुंबई लौट आए। रतन टाटा ने अब ठान ली थी। इरादे बुलंद थे। लक्ष्य एक। फोर्ड को सबक सिखाना है। लेकिन चैलेंज बहुत बड़ा था। एक ऐसी ग्लोबल कंपनी जिसका पूरी दुनिया में रुतबा था। कार सेगमेंट की किंग कंपनी फोर्ड मोटर्स। 2008 में टाटा मोटर्स के पास सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों की लंबी कतार थी। कंपनी पूरी दुनिया पर हावी होने के लिए बेताब थी। दूसरी ओर फोर्ड मोटर्स की हालत बद से बदतर होती जा रही थी। कार बेचकर मुनाफा कमाना मुश्किल होता जा रहा था। 2008 में रतन टाटा ने पासा पलटा और बिल फोर्ड को औकात दिखा दी। टाटा मोटर्स ने फोर्ड की लैंड रोवर और जगुआर ब्रांड को खरीदने का ऑफर दे दिया। तब ये दोनों कारों की बिक्री बेहद खराब थी। फोर्ड को काफी घाटा हो रहा था। फोर्ड की टीम मुंबई आई। बिल फोर्ड को कहना पड़ा – आप हमें बड़ा फेवर कर रहे हैं। अगर चाहते तो रतन टाटा इन दोनों ब्रांड्स को बंद कर सकते थे। लेकिन रतन टाटा ने ऐसा नहीं किया। जब लंदन की फैक्ट्री बंद होने की अफवाह उड़ी तो रतन टाटा ने कामगारों की भावना समझी। यूनिट को पहले की तरह काम करने की आजादी दी।
11. रतन टाटा को चार बार प्यार हुआ लेकिन शादी नहीं हुई। एक बार उसकी शादी होने वाली थी लेकिन एक समस्या आ गई। दरअसल हुआ यह कि रतन टाटा जब अमेरिका में पढ़ रहे थे तो उन्हें पढ़ाई के दौरान एक लड़की से प्यार हो गया। और दोनों शादी के लिए राजी भी हो गए थे, लेकिन उस समय रतन टाटा की दादी की तबीयत खराब हो गई और रतन टाटा भारत आ गए। उस समय उसकी प्रेमिका भारत-चीन युद्ध की खबर से डर गई थी और वह भारत नहीं आई थी। कुछ दिनों बाद उनकी प्रेमिका ने अमेरिका में किसी और से शादी कर ली। और इस तरह रतन टाटा का दिल टूट गया।
12. रतन टाटा को फ्लाइट्स उड़ाना बहोत पसंद है। वह एक कुशल पायलट है। 2007 में F-16 फाल्कन उड़ाने वाले पहले भारतीय थे। उनके पास एक डसॉल्ट फाल्कन 2000 प्राइवेट जेट भी है, जिसकी कीमत लगभग 150 करोड़ रुपये बताई जाती है।
13. रतन टाटा को कुत्तों से बहुत प्यार है। उनके पास दो पालतू कुत्ते हैं जिनकी वह बहुत देखभाल करता है। कुत्तों के नाम टिटो और मैक्सिमस हैं।
14. मुंबई आतंकी हमले के दौरान जब मुंबई में उनके फाइव स्टार होटल को निशाना बनाया गया था तो उन्होंने खुले हाथों से अपने कर्मचारियों की मदद की थी। ताज होटल पर हमले के बाद रतन टाटा खुद वहां पहुंचे। टाटा स्वयं प्रत्येक घायल के घर गए और परिवार के सदस्यों को आश्वस्त किया और उन्होंने हर संभव सहायता प्रदान की।