Jamshedpur Nature Trail – Complete Overview, History, Concept, Development, Wetland Restoration, Structure and Other Key Information

टाटा स्टील ने संस्थापक दिवस के अवसर पर जमशेदपुर के लोगों को एक खूबसूरत प्राकृतिक ट्रेल का तोहफा दिया है, जिसका उद्घाटन नोएल टाटा ने 23 मार्च को किया था। यह नेचर ट्रेल उन सभी लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो प्रकृति के बीच शांत वातावरण में कुछ गुणवत्तापूर्ण समय बिताना चाहते हैं।

कुल 6.8 हेक्टेयर (17 एकड़) में फैला यह प्राकृतिक मार्ग एक सुंदर हरित स्वर्ग जैसा अनुभव देता है, जो शहर की भागदौड़ से दूर एक ताज़ा और सुकूनभरी राहत प्रदान करता है। नेचर ट्रेल अब जमशेदपुर शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में अपनी जगह बना चुका है।

यहां आप अपने परिवार, दोस्तों या फिर अकेले भी एक शांत और सुकूनभरी शाम बिता सकते हैं। दिन भर के काम और तनाव के बाद मन को आराम देने के लिए यह एक आदर्श जगह है। देर शाम जब यह क्षेत्र रोशनी से जगमगाता है, तो इसका नजारा वास्तव में अतुलनीय दिखाई देता है।

Nature Trail Jamshedpur - Team WTJ
Nature Trail Jamshedpur (Image Credit : @anku_ankit_02)

नेचर ट्रेल का डिज़ाइन वृक्षारोपण की तीन परतों के रूप में विकसित किया गया है, जिसका महत्व प्राचीन काल के वन वर्गीकरण से लिया गया है। ये तीन परतें हैं — श्रीवाना, महावन और तपोवन

श्रीवाना सबसे बाहरी परत है और यह मानव आवास के करीब स्थित है। इस हिस्से तक अधिकांश लोगों की पहुँच होती थी और इसका उपयोग ईंधन की लकड़ी, निर्माण लकड़ी, चराई और अन्य आवश्यक उत्पादों के लिए किया जाता था। इसे एक तरह से मानव द्वारा नियंत्रित और बनाए रखा गया क्षेत्र माना जाता था।

महावन दूसरी परत है, जिसमें मानवीय हस्तक्षेप कम होता है। यहाँ पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं थी; केवल प्रजनन योग्य उत्पाद जैसे फल, जड़ी-बूटियाँ, औषधियाँ और शहद आदि लेने की अनुमति दी जाती थी।

तपोवन सबसे भीतरी परत है, जहाँ मानवीय हस्तक्षेप न्यूनतम या बिल्कुल नहीं होता। इस परत में केवल साधु या योगी जाने की अनुमति रखते थे। यह जंगल की एक अबाधित और जैव विविधता से भरपूर परत है, जो पूरे वन पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

  • घने वृक्षारोपण और विभिन्न पेड़–पौधों की प्रजातियाँ
  • लम्बी आर्द्रभूमि (वेटलैण्ड) का पुनर्जीवन
  • तीन खूबसूरत दृश्य-बिन्दु (गज़ीबो)
  • शिविर स्थल (कैंपिंग)
  • सूर्य उद्यान और चन्द्र उद्यान
  • एक विशेष पुल (एफ.आर.बी.) जो सी.एच. क्षेत्र को मरीन ड्राइव क्षेत्र से जोड़ता है
  • लगभग ढाई किलोमीटर का पगडंडी मार्ग
  • पक्षी निरीक्षण, ध्यान, समूह गतिविधियों और प्रकृति अध्ययन के लिए अलग-अलग स्थान
  • प्राकृतिक ढलानों और घास के मैदानों का सुंदर संतुलन

नेचर ट्रेल में 21,000 से अधिक पौधों की प्रजातियाँ हैं, जिसमें देशी प्रजातियों के घने वृक्ष और बांस के वृक्षारोपण शामिल हैं। यह क्षेत्र विभिन्न पारिस्थितिक तंत्रों से भरपूर है, जो पूरे हरित आवरण को बढ़ाते हैं। परियोजना में इको-पार्क के आर-पार 650 मीटर लंबे नाले के साथ आर्द्रभूमि का जीर्णोद्धार भी किया गया है।

वॉकिंग ट्रेल होने के अलावा इस ट्रेल में तीन व्यूइंग पॉइंट्स, कैंपिंग साइट्स, सन और मून गार्डन बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सीएच एरिया साइड और मरीन ड्राइव साइड को जोड़ने वाला एक FRB ब्रिज (Forth Road Bridge) भी इस ट्रेल का हिस्सा है।

Nature Trail Jamshedpur - Team WTJ
Nature Trail Jamshedpur – Team WTJ

इस परियोजना की सबसे प्रभावशाली विशेषता है 650 मीटर लंबी जलधारा (नाला) का पुनर्जीवन, जिसने यहाँ की प्राकृतिक प्रणाली को एक नई ऊर्जा प्रदान की है।

इस पुनर्जीवन में अपनाई गई विधियाँ
  • सूक्ष्मजीवों (माइक्रोब्स), सूर्य प्रकाश और ऑक्सीजन के संतुलन से स्वाभाविक शुद्धिकरण
  • प्राकृतिक पदार्थों—पत्थर, लकड़ी के लट्ठे, देशी पौधों—का उपयोग
  • प्राकृतिक जल प्रवाह बनाना
  • जल की गुणवत्ता सुधारना
  • आसपास के वन क्षेत्र में जैव विविधता बढ़ाना
उपयोग में लाई गई तकनीकें
  • कचरा पकड़ने वाला अवरोध (ट्रैश ट्रैप)
  • कंकड़–बजरी के तल (रिफ़ल बेड)
  • गाद हटाना (डी–सिल्टेशन)
  • उथले कुमुदिनी (लिली) तालाब
  • जल–प्रपात जैसी संरचनाएँ (केस्केड)
  • पत्थर बिछाना (स्टोन पिचिंग)
  • जल–काठ वृक्ष
  • वेटिवर घास तथा सरकंडा जैसे पौधों की पट्टियाँ

इन सभी उपायों ने न सिर्फ जलधारा को पुनर्जीवित किया, बल्कि पूरे पार्क के पारिस्थितिक तंत्र को भी मजबूत किया।

Nature Trail Jamshedpur - Team WTJ
Nature Trail Jamshedpur (Image Credit : @anku_ankit_02)

यहाँ मौजूद पुरानी कचरा ढेरी (स्लैग) और ठोस अवशेषों वाली भूमियों को वृक्षारोपण योग्य बनाने के लिए मिश्रित विधि अपनाई गई:

  • नारियल–बुने चटाइयों से ढलानों का संरक्षण
  • वाडेलिया पौधों का रोपण
  • पत्थर बिछाने द्वारा मिट्टी का बहाव रोकना
  • मिट्टी की जाँच के अनुसार ढलानों को स्थिर बनाना

नेचर ट्रेल में टाटा स्टील द्वारा निर्मित कई आधुनिक लेकिन पर्यावरण–अनुकूल वस्तुओं का उपयोग किया गया है:

  • नीस्ट–इन श्रौचालय
  • नए पदार्थों से बने प्रकाश–स्तम्भ
  • बारह मीटर लंबा हल्का पुल (एफ.आर.पी. पुल)
  • लकड़ी की बनावट जैसी सतहें, ताकि प्रकृति से मेल खाएँ

नेचर ट्रेल सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 5:00 बजे से 9:00 बजे तक और शाम 5:00 बजे से 8:00 बजे तक खुला रहता है। प्रवेश के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाता है, यानी ट्रेल में प्रवेश पूरी तरह से नि:शुल्क है। नेचर ट्रेल में प्रवेश करने के लिए आगंतुकों को सीएच एरिया गेट का उपयोग करना होता है।

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